When she is angry and you want her to know how much you lover her:
तेरा वो मुस्कुराना, शर्माना
वो अंदाज़ ही कमाल था
सारे लफ्ज़ कम पड़ गए ये बताने को
कि…….
इन आँखों को अब तेरा सिवा कुछ पसंद नहीं आता.
तुम्हारा –
दीपांशु गहलौत
When she doesn’t share how she feels:
बस इतना ही तो चाहता हूँ मैं की
सुन पाऊँ तुम्हे हर घडी हर पल
चाहता हूँ सोना पर तेरी यादें जगा देती हैं ..
मानता हूँ तुझे भी मुझसे प्यार है
तेरा हाल भी मेरी तरह बेहाल है
पर तू भी तो कभी इज़हार कर
की हाँ मैं भी बस इतना ही चाहती हूँ …
तुम्हारा –
दीपांशु गहलौत
When she doesn’t understand you:
मैं नहीं हूँ औरो के जैसा
लेकिन परवाह करता हूँ अपनों के जैसा
गम ये है कि मैं लिखता हूँ तुझे कि तुम पढ़ोगी मुझे
खामोश ही सही पर क्या मुझे बोलने कि जरूरत है?
तुम्हारा –
दीपांशु गहलौत
When she doesn’t wants to talk to you:
मैं बोला, और कुछ बताओ…
उसने कहा
क्या बताऊँ सब कुछ तो बयां कर दिया है
कुछ हो तो तुम बतलाओ…
मैं बोला,
बाते बहुत है इस दिल में छिपी
शिकायते बहुत है तेरी मेरी
बतलायेंगे तुझसे मिलके ही – बाहों में तेरी,
ये तो आदत है मेरी …..
तुम्हारा –
दीपांशु गहलौत
When you want to praise her ‘beauty’ :
एक नज़र तेरी जो मुझपे आ गिरी
संभाल ना सके मैं ये शायरी मेरी
कि होंठ ये तेरे ये शबनम लगे
और ये चाँद कि नहीं ये रोशनी तेरी
तुम्हारा –
दीपांशु गहलौत
Nice words. Going to share with my girlfriend ❤️