Life is beautiful. Isn’t it? But it’s not always as easy as we think. It’s like the weather, sometimes it’s sunny, sometimes it’s cloudy. It’s actually never the same. It’s unpredictable and changes with time.
Sometimes you can’t change the circumstances but you can change your attitude and feeling toward life. It’s all about accepting what you have, letting go the past and having a positive faith in the future.
Everyone has a life story. And every story is significant, it’s actually different and powerful.
With that being said I hope this Hindi poem on life covers many views of life.
ये ज़िन्दगी है तेरी मेरी कहानी
ये ज़िन्दगी है तेरी मेरी कहानी,
कभी फूलों की खुशबू कभी बारिश का पानी,
कभी लड़ती भी है कभी झगड़ती भी है,
कभी मुस्कुराकर गले लगाती भी है,
बिना थके, बिना रुके बस चलती जा रही है,
ये जिंदगी है तेरी मेरी कहानी………….१
कभी सवाल है तो कभी जवाब है,
कभी प्यार है तो कभी तकरार है,
कभी मुश्किल है तो कभी आसान है,
कभी उलझती कभी सुलझती जा रही है जिंदगी,
ये जिंदगी है तेरी मेरी कहानी………….२
कभी ढलती सी शाम है तो कभी जगता सा सवेरा,
कभी उजला आसमां है तो कभी घना अंधेरा,
पल पल हर पल रंग बदलती जा रही है जिंदगी,
ये जिंदगी है तेरी मेरी कहानी………….३
कभी राह में अकेले तो कभी कोई हमसफर,
कभी कोई सब कुछ जाने तो कभी बने बेखबर,
कभी जुदाई का गम कभी प्यार की सरगम,
कभी महकती कभी चहकती जा रही है यह जिंदगी,
ये जिंदगी है तेरी मेरी कहानी………….4
– By Deepanshu Gahlaut
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really awesome poem great work…..
Thanks Shanti! I’m glad you liked it.
it’s really beautiful poem i love it.
nice poem ……loved it
Thank you Richa, I’m glad you like it!
Please post a poem on love and compassion
Hi Kuldeep, Check out this poem on love – http://www.deepanshugahlaut.com/hindi-poems/kya-sochta-hoon-ye-bata-nahin-sakta/
Hope you will like it!
bahut khoobsurat…
ज़िन्दगी मुझ से बस अपनी ही मनवाती है
कभी मेरी सुनती नहीं बस अपनी ही सुनाती है…
कभी जो पूछू सवाल उस से,माँगा करू जवाब
उस से
बस वो धीरे से मुस्कुराती है
ज़िन्दगी मुझ से बस अपनी ही मनवाती है…
कई बार बतलाई अपनी ख्वाहिशे उसको ,
इल्तजा भी की कोई जो पूरी कर दो
वो मेरी अर्ज़ियाँ मुझको ही वापस भिजवाती है
ज़िन्दगी मुझ से बस अपनी ही मनवाती है …
मुझसे कहती है आज न सही, कल
पूरी कर दूंगी ख्वाहिशे तेरी,तू हौसला न छोड़
बस इसी कल की आरज़ू में, मुझे दो कदम
और अपनी ओर ले जाती है….
ज़िन्दगी मुझ से बस अपनी ही मनवाती है
कभी मेरी सुनती नहीं बस अपनी ही सुनाती है ……
it’s really nice and great work!
Beautifully written!
Bahut achcha likhte ho bhai.. good keep it up