झरनों से इतना मधुर संगीत कभी न सुनाई देता.
अगर राहों में उनकी पत्थर न होते.
बातों की मिठास अंदर का भेद नहीं खोलती
मोर को देखकर कौन कह सकता है कि यह सांप खाता होगा.
कभी कभी हम अनजाने में वक़्त पर पाँव रख देते हैं.
इसीलिए ज़िंदगी मुंह के बल गिर जाती है.
इंसान कहता है कि पैसा आए तो मैं कुछ करके दिखाऊं
और पैसा ऐसा कहता है कि तू कुछ कर तो मैं आऊं.
बुरे वक्त में कंधे पर रखा गया हाथ कामयाबी की तालियों से ज़्यादा मूल्यवान होता है.
खूबसूरत सा वह पल था पर क्या करें? वह कल था.
बिना जोखिम कुछ नहीं मिलता और जोखिम वही उठाते हैं जो साहसी हो.
जंगल में हर रोज़ सुबह होने पर हिरण सोचता है
कि मुझे शेर से ज़्यादा तेज भागना है. नहीं तो शेर मुझे मार कर खा जाएगा
और शेर हर रोज़ सुबह उठकर सोचता है
कि मुझे हिरण से तेज भागना है. वरना मैं भूखा रह जाऊँगा.
आप शेर हो या हिरण उससे कोई मतलब नहीं है.
अगर आपको अच्छी ज़िंदगी जीनी है, तो हर रोज़ भागना तो पड़ेगा.
संघर्ष के बिना कुछ नहीं मिलता.
बहुत मुश्किल नहीं है ज़िंदगी की सच्चाई समझना.
जिस तराजू पर दूसरों को तौलते है. उस पर कभी खुद बैठकर देखिए.
जीवन में आपको रोकने टोकने वाला कोई है. तो उसका एहसान मानिए
क्योंकि जिन बागों में माली नहीं होते, वह बाग जल्दी ही ऊजड़ जाते हैं.
कौन किसको पूछता है मतलब के अलावा?
पेड़ जब सुख जाते हैं, तो उन पर परिंदे भी बसेरा नहीं करते.
जो नहीं मिला, उसके लिए रोते रहोगे, तो जो मिला है उसे खोते रहोगे.
किसी ने सही ही कहा है. इंसान तीन ही अच्छे होते हैं एक जो मर गया हो.
दूसरा, वह जो पैदा ही न हुआ हो, और तीसरा जिसे हम जानते ही न हो.
आसान कहां है यहाँ हर किसी को समझ पाना
जान पहचान के लिए कभी एक पल काफी होता है.
और कभी कभी एक उम्र गुज़र जाती है.
दो लाइनें जिनमें बड़ी गहराई है.
कुछ रिश्ते हैं, इसलिए चुप हैं. कुछ चुप हैं, इसलिए रिश्ते हैं.
Speaker: Diksha Rajput
Subscribe us on YouTube – https://www.youtube.com/@chotasasafar
Like us on Facebook – https://facebook.com/chotasasafar
Follow us on Instagram – https://www.instagram.com/chotasasafar/
Follow us on Twitter – https://twitter.com/ChotaSaSafar
हँसते रहिये, मुस्कुराते रहिये!